भारत और इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बीते 7 हफ्तों में भारतीय बाजार में सोना ₹9,506 प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, ट्रेड वार की आशंका और भू-राजनीतिक तनावों के चलते सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही हैं। इस हफ्ते भारतीय बाजार में सोने ने लगातार सातवें हफ्ते तेजी दर्ज की, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह आठवें हफ्ते भी मजबूत बना रहा।
भारतीय बाजार में सोने के दाम में जबरदस्त उछाल
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई। सात हफ्ते पहले 76,544 रुपये प्रति 10 ग्राम पर मिलने वाला सोना अब 86,020 रुपये प्रति 10 ग्राम हो चुका है। शुक्रवार को सोने के दाम में 1.57% की बढ़त दर्ज की गई।
सोने की कीमतों में उछाल के प्रमुख कारण
अमेरिका का टैरिफ और ट्रेड वार का असर
अमेरिका और यूरोप के बीच ट्रेड वार की संभावनाओं के चलते बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। हाल ही में अमेरिका ने स्टील और एल्युमिनियम पर 25% टैरिफ लगाया, जिससे निवेशकों को डर है कि आगे सोने पर भी टैरिफ बढ़ सकता है।
कमजोर अमेरिकी डॉलर
डॉलर इंडेक्स में गिरावट के कारण निवेशक सोने को सेफ हेवन एसेट (Safe-Haven Asset) के रूप में देख रहे हैं। डॉलर के कमजोर होने से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
बड़े बैंकों और निवेश फंड्स की बढ़ती हिस्सेदारी
अमेरिका और यूरोप के बीच बढ़ती अनिश्चितता के चलते बड़े बैंक और निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मानकर उसमें अधिक पूंजी निवेश कर रहे हैं। इससे मांग बढ़ने के कारण कीमतें भी ऊपर जा रही हैं।
अमेरिका-UK के गोल्ड रिजर्व में बदलाव
जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी जैसे बड़े बैंक लंदन से न्यूयॉर्क में सोने का भंडार ट्रांसफर कर रहे हैं, जिससे अमेरिकी बाजार में सोने की उपलब्धता बढ़ गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंग्लैंड के केंद्रीय बैंक ने अपने कुल सोने का 2% न्यूयॉर्क शिफ्ट किया है।
आज भारत में सोने और चांदी के दाम
शनिवार को MCX बंद रहने के बावजूद देशभर में रिटेल गोल्ड मार्केट खुला रहा।
- 22 कैरेट सोना – ₹80,240 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना – ₹87,740 प्रति 10 ग्राम
- चांदी की कीमत – ₹1,00,300 प्रति किलोग्राम
भारत में सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतें – वैश्विक बाजार में सोने के उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारतीय कीमतों पर पड़ता है।
- इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स – भारत सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता है और इसकी कीमतों पर आयात शुल्क का प्रभाव रहता है।
- रुपया-डॉलर विनिमय दर – अगर रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
- त्योहारों और शादियों के सीजन की मांग – भारत में पारंपरिक रूप से सोने की मांग बढ़ने से कीमतों में उछाल आता है।
क्या सोने की कीमत ₹90,000 तक पहुंच सकती है?
सोने की मौजूदा तेजी को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही यह ₹90,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर सकता है। वैश्विक आर्थिक स्थितियां और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी इस बढ़ोतरी को सपोर्ट कर सकती हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव: अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए यह सही समय हो सकता है। हालांकि, बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर फैसला लेना बेहतर होगा।